मोती कोई सामान्य रत्न नहीं है। यह पानी और शांति से उपजा हुआ रत्न है — चंद्रमा के समान सौम्य, शांत और आत्मा से जुड़ा हुआ।
🌙 चंद्रमा और मोती का संबंध:
चंद्रमा हमारे भावनात्मक जीवन, स्मृति, और मां से जुड़े रिश्तों का प्रतिनिधित्व करता है। जब कुंडली में चंद्रमा अशांत हो, तो मन में चंचलता, अस्थिरता और बेचैनी बढ़ सकती है। ऐसे में मोती धारण करना लाभकारी होता है।
🌸 महिलाओं के लिए विशेष:
मोती मातृत्व, संवेदनशीलता और अंतर्ज्ञान (intuition) को मजबूत करता है। यह रत्न महिलाओं को भावनात्मक रूप से स्थिर बनाता है, और हार्मोनल संतुलन में मदद करता है।
🧘♀️ मन की शांति और मानसिक ठंडक:
जिन्हें रातों की नींद उड़ गई है, या जिनका मन हर समय बेचैन रहता है — मोती पहनने से मन को स्थिरता और sheetalta (शीतलता) मिलती है। यह तनाव और अवसाद में भी सहायक है।
📿 कैसे पहनें:
मोती को चांदी या पंचधातु की अंगूठी या लॉकेट में पहनना श्रेष्ठ माना गया है। इसे सोमवार के दिन, चंद्र पुष्य या रोहिणी नक्षत्र में धारण करें।
💧 देखभाल कैसे करें:
मोती एक कोमल रत्न होता है (3.5–4 Mohs स्केल पर)। रसायनों से दूर रखें, और समय-समय पर गीले सूती कपड़े से साफ करें। ज्यादा कठोर घर्षण या गर्मी से यह क्षतिग्रस्त हो सकता है।
💰 कीमत और उपलब्धता:
प्राकृतिक मोती ₹2,000 से शुरू होकर ₹30,000+ तक जाते हैं, गुणवत्ता, चमक और साइज के अनुसार। बासरा और साउथ सी मोती प्रीमियम माने जाते हैं।
🔗 यदि आप मानसिक शांति, मातृ ऊर्जा और भावनात्मक संतुलन की तलाश में हैं — तो मोती एक पवित्र साथी बन सकता है।
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