पुखराज किस उंगली में पहना जाता है? सीधे और साफ जवाब।

पुखराज किस उंगली में पहनना चाहिए?
दाएं हाथ की तर्जनी उंगली (Index Finger) — यही परंपरागत और ज्योतिष अनुसार सबसे उपयुक्त मानी जाती है, चाहे आप दाएं हाथ के हों या बाएं।
क्योंकि पुखराज का स्वामी ग्रह है गुरु (बृहस्पति) — जो ज्ञान, विवाह, समृद्धि और सोच की स्पष्टता से जुड़ा है। और तर्जनी उंगली का संबंध बृहस्पति की ऊर्जा से होता है।
अगर किसी और उंगली में पहन लें तो?
कोई अनर्थ नहीं होगा, लेकिन रत्न की ऊर्जा सही दिशा में नहीं बह सकती। जैसे संगीत में सुर थोड़ा भी बिगड़ा हो तो असर बदल जाता है।
धातु कौन सी होनी चाहिए — सोना, चांदी या पंचधातु?
पुखराज के लिए परंपरागत रूप से सोना सबसे उपयुक्त माना जाता है। अगर बजट सीमित हो, तो पंचधातु भी एक वैदिक रूप से मान्य विकल्प है। चांदी से बचें, क्योंकि वह चंद्रमा की धातु है और गुरु के साथ मेल नहीं खाती।
धारण करने का सही तरीका क्या है?
- गुरुवार सुबह पहनें, खासकर गुरु होरा में (किसी ज्योतिष या ऐप से समय देखें)।
• अंगूठी को कच्चे दूध, शुद्ध जल और शहद में डुबोकर शुद्ध करें।
• 108 बार जाप करें: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः”
घबराने की ज़रूरत नहीं है।
पुखराज का सार ही स्पष्टता है। चाहे आप मंत्रोच्चारण करें या केवल श्रद्धा से पहनें — अगर सम्मान है, तो प्रभाव होगा।
एक ज़रूरी सुझाव:
हर पीला रत्न पुखराज नहीं होता। हमेशा प्रमाणित (certified), बिना हीट ट्रीटमेंट वाला प्राकृतिक रत्न लें। “सर्टिफिकेट शामिल है” जैसे वाक्य से सावधान रहें।
क्या आप एक सुरक्षित और असली पुखराज खोज रहे हैं?
हमारे पास हैं सिर्फ प्रमाणित, बिना ट्रीटमेंट वाले पीले नगीने — और साथ में 10 दिन की निःशंका वापसी नीति।